Bhava Manjri ( भाव मञ्जरी ) And Laghu Parashari ( लघु पाराशरी ) Set Of 2 Books In Hindi Published By Ranjan Publications ( Best Astrology …
₹149.50
Bhava Manjri ( भाव मञ्जरी ) Published By Ranjan Publications , Pages – 175 , MRP – 150 , Laghu Parashari ( लघु पाराशरी ) Published By Ranjan Publication , Pages – 144 , MRP – 150 , भारतीय ज्योतिष की फलित शाखा ऋषियों, मुनियों व आचार्यों के निरन्तर चिन्तन से सतत् प्रवाहित है। पराशर मुनि के होराशास्त्रादि ग्रन्थों के विशाल कलेवर के कारण लघु तथा सरल रूप में फलित ज्योतिष के आवश्यक सिद्धान्तों व फल-निर्देश की नीतियों के स्पष्टीकरण के लिए समय-समय पर विद्वानों ने अनेकशः प्रयत्न किए हैं। विशेष रूप से भावफल व ग्रहफल को आधार बनाकर जातकादेश मार्ग, खेटकौतुक, जातकालंकार, चमत्कार चिन्तामणि आदि पुस्तकों की रचना इस दिशा में मील के पत्थर सिद्ध हुए हैं। विषय का गौरव, शैली की सरलता व मधुरता के सम्मिश्रण का योग उक्त पुस्तकों में होता है। प्रस्तुत ग्रन्थ ‘भावमञ्जरी’ विद्वान् लेखक के दीर्घकालीन परिश्रम का परिणाम है। जैसा कि इसके नामकरण से ही स्पष्ट है, इसमें कुण्डली के बारह भावों के फल कथन का वैज्ञानिक प्रकार बताया गया है । समस्त आवश्यक विषय का एक स्थान पर सर्वांगीण विवेचन इसकी विशेषता है। फलादेश का ग्रन्थ होने पर भी उपर्युक्त ग्रन्थों की अपेक्षा इसकी विशेषता स्पष्ट दृष्टिगोचर होगी । जहां इन ग्रन्थों में भावस्थ ग्रह के अनुसार ही फलादेशं बताकर अपने कर्त्तव्य की इतिश्री समझ ली है, वहीं पर विद्वान् ग्रन्थकार ने इस विषय को अपनी रचना में विस्तार नहीं दिया है।
ASIN : B0DLSNQY22
Publisher : Generic (1 March 2024)
Paperback : 319 pages
Item Weight : 400 g
Dimensions : 14 x 2 x 22 cm
Country of Origin : India
Packer : Ranjan Publications
Generic Name : Bhava Manjri ( भाव मञ्जरी ) And Laghu Parashari ( लघु पाराशरी )
Product Description
Price: ₹149.50
(as of Jan 03, 2025 23:32:55 UTC – Details)
Bhava Manjri ( भाव मञ्जरी ) Published By Ranjan Publications , Pages – 175 , MRP – 150 , Laghu Parashari ( लघु पाराशरी ) Published By Ranjan Publication , Pages – 144 , MRP – 150 , भारतीय ज्योतिष की फलित शाखा ऋषियों, मुनियों व आचार्यों के निरन्तर चिन्तन से सतत् प्रवाहित है। पराशर मुनि के होराशास्त्रादि ग्रन्थों के विशाल कलेवर के कारण लघु तथा सरल रूप में फलित ज्योतिष के आवश्यक सिद्धान्तों व फल-निर्देश की नीतियों के स्पष्टीकरण के लिए समय-समय पर विद्वानों ने अनेकशः प्रयत्न किए हैं। विशेष रूप से भावफल व ग्रहफल को आधार बनाकर जातकादेश मार्ग, खेटकौतुक, जातकालंकार, चमत्कार चिन्तामणि आदि पुस्तकों की रचना इस दिशा में मील के पत्थर सिद्ध हुए हैं। विषय का गौरव, शैली की सरलता व मधुरता के सम्मिश्रण का योग उक्त पुस्तकों में होता है। प्रस्तुत ग्रन्थ ‘भावमञ्जरी’ विद्वान् लेखक के दीर्घकालीन परिश्रम का परिणाम है। जैसा कि इसके नामकरण से ही स्पष्ट है, इसमें कुण्डली के बारह भावों के फल कथन का वैज्ञानिक प्रकार बताया गया है । समस्त आवश्यक विषय का एक स्थान पर सर्वांगीण विवेचन इसकी विशेषता है। फलादेश का ग्रन्थ होने पर भी उपर्युक्त ग्रन्थों की अपेक्षा इसकी विशेषता स्पष्ट दृष्टिगोचर होगी । जहां इन ग्रन्थों में भावस्थ ग्रह के अनुसार ही फलादेशं बताकर अपने कर्त्तव्य की इतिश्री समझ ली है, वहीं पर विद्वान् ग्रन्थकार ने इस विषय को अपनी रचना में विस्तार नहीं दिया है।
ASIN : B0DLSNQY22
Publisher : Generic (1 March 2024)
Paperback : 319 pages
Item Weight : 400 g
Dimensions : 14 x 2 x 22 cm
Country of Origin : India
Packer : Ranjan Publications
Generic Name : Bhava Manjri ( भाव मञ्जरी ) And Laghu Parashari ( लघु पाराशरी )
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