Brijbhoomi®Bhagat Singh Jail Note Book: A Glimpse into the Revolutionary’s Thoughts (Hindi Edition) by Prabhat Publication
Original price was: ₹799.00.₹699.00Current price is: ₹699.00.
भगत सिंह की ‘जेल नोटबुक’ सुप्रसिद्ध विचारकों और दार्शनिकों के विचारों को लेकर उनकी पड़ताल का एक नया मार्ग खोलती है। एक जिज्ञासु और पढ़ने की भूख रखनेवाले व्यक्ति के रूप में प्रसिद्ध; भगत सिंह ने जेल में सजा काटने के दौरान अपनी पसंद के जाने-माने लेखकों की चुनिंदा पुस्तकों को बड़ी संख्या में जुटा लिया था। उन किताबों के जिन अंशों; नोट्स और उक्तियों को उन्होंने अपनी जेल नोटबुक में लिखा; वे न सिर्फ उस गंभीरता का परिचय देते हैं; जिनसे वह उन पुस्तकों को पढ़ा करते थे; बल्कि उनकी बौद्धिक गहराई और सामाजिक तथा राजनीतिक चिंताओं का प्रदर्शन भी करते हैं। भगत सिंह नोटबुक में नोट्स या कोई उक्ति लिखते समय उसके पूरे संदर्भ को दर्ज करने के प्रति ज्यादातर लापरवाह ही रहते थे; जिसके कारण बहुत सी भ्रांतियाँ उत्पन्न हुई हैं और उनके प्रति गहरा सम्मान रखनेवाले विद्वानों की ओर से इस बारे में काल्पनिक दावे और बेबुनियाद अनुमान सामने आए हैं। इसमें ऐसी बातें हैं कि भगत सिंह ने जेल में किन महान् विचारकों की कितनी किताबें और कितनी मौलिक रचनाओं का अध्ययन किया था।
ASIN : B0D2P4WTNK
Publisher : Brijbhoomi Books And Handicrafts (1 January 2020); 9548572434
Paperback : 508 pages
Reading age : 10 years and up
Country of Origin : India
Packer : Brijbhoomi Books And Handicrafts
Product Description
Price: ₹799 - ₹699.00
(as of Dec 01, 2024 00:28:01 UTC – Details)
भगत सिंह की ‘जेल नोटबुक’ सुप्रसिद्ध विचारकों और दार्शनिकों के विचारों को लेकर उनकी पड़ताल का एक नया मार्ग खोलती है। एक जिज्ञासु और पढ़ने की भूख रखनेवाले व्यक्ति के रूप में प्रसिद्ध; भगत सिंह ने जेल में सजा काटने के दौरान अपनी पसंद के जाने-माने लेखकों की चुनिंदा पुस्तकों को बड़ी संख्या में जुटा लिया था। उन किताबों के जिन अंशों; नोट्स और उक्तियों को उन्होंने अपनी जेल नोटबुक में लिखा; वे न सिर्फ उस गंभीरता का परिचय देते हैं; जिनसे वह उन पुस्तकों को पढ़ा करते थे; बल्कि उनकी बौद्धिक गहराई और सामाजिक तथा राजनीतिक चिंताओं का प्रदर्शन भी करते हैं। भगत सिंह नोटबुक में नोट्स या कोई उक्ति लिखते समय उसके पूरे संदर्भ को दर्ज करने के प्रति ज्यादातर लापरवाह ही रहते थे; जिसके कारण बहुत सी भ्रांतियाँ उत्पन्न हुई हैं और उनके प्रति गहरा सम्मान रखनेवाले विद्वानों की ओर से इस बारे में काल्पनिक दावे और बेबुनियाद अनुमान सामने आए हैं। इसमें ऐसी बातें हैं कि भगत सिंह ने जेल में किन महान् विचारकों की कितनी किताबें और कितनी मौलिक रचनाओं का अध्ययन किया था।
ASIN : B0D2P4WTNK
Publisher : Brijbhoomi Books And Handicrafts (1 January 2020); 9548572434
Paperback : 508 pages
Reading age : 10 years and up
Country of Origin : India
Packer : Brijbhoomi Books And Handicrafts
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