Prasna Marga ( प्रश्न मार्ग ) Vol 1-2 And Laghu Parashari ( लघु पाराशरी ) In Hindi Published By Ranjan Publications ( Best Astrology Books…
₹324.50
Prasna Marga ( प्रश्न मार्ग ) Vol 1-2 Published By Ranjan Publications , Pages – 586 , MRP – 500 , Laghu Parashari ( लघु पाराशरी ) Published By Ranjan Publication , Pages – 144 , MRP – 150 , प्रश्न – शास्त्र फलित ज्योतिष का वह महत्वपूर्ण अंग है, जिसमें जन्मपत्र या वर्षफल जैसी लम्बी-चौड़ी गणित के बिना मात्र प्रश्नकुण्डली के आधार पर पृच्छक के समस्त प्रश्नों का यथार्थ फल बतलाया जाता है । इस शास्त्र का क्रमबद्ध इतिहास हमें वराहमिहिर के समय से मिलता है । यद्यपि इससे पूर्ववर्ती ग्रन्थों में भी प्रश्नशास्त्र के आधारभूत सिद्धांतों की चर्चा की गई है-विशेषतः संहिता ग्रन्थों में प्रश्न विद्या या प्रश्नशास्त्र का एक अध्याय में समावेश किया गया है । तथापि यह शास्त्र आचार्य वराहमिहिर के समय में पूर्ण विकसित होकर स्वतंत्र रूप से विद्वत्समाज में आदर प्राप्त कर चुका था । वराहमिहिर के प्रसिद्ध प्रश्न ग्रन्थ दैवज्ञवल्लभा से इस शास्त्र के विकास की एक परम्परा शुरू हुई और उनके पुत्र श्री पृथुयशा एवं आचार्य भट्टोत्पल ने क्रमशः षट्पंचाशिका एवं प्रश्नज्ञान की रचना से इस परम्परा को आगे बढ़ाया । प्रश्न- शास्त्र में सैकड़ों मौलिक ग्रन्थों का एक भण्डार दिखलाई देता है, जिनमें विविध प्रश्नों का शास्त्रीय विवेचन करने के लिए अनेक उपयोगी सिद्धान्तों का व्याख्यान दिया गया है, किन्तु ये सभी लघुकाय-ग्रन्थ दैनिक जीवन में घटित होने वाली घटनाओं या उनसे सम्बन्धी प्रश्नों का उतने विस्तार से विवेचन नहीं कर पाते, जितनी विस्तृत जानकारी फलादेश करने वाले ज्योतिषी के लिए अपेक्षित होती है । प्रश्न- मार्ग हमारे दैनन्दिन जीवन से सम्बन्धित समस्त प्रश्नों का विस्तृत एवं शास्त्रीय विवेचन करता हुआ उक्त अभाव की पूर्ति करता
ASIN : B0DLW8W7J6
Publisher : Generic (1 February 2024)
Paperback : 730 pages
Item Weight : 830 g
Dimensions : 14 x 4 x 22 cm
Country of Origin : India
Packer : Ranjan Publications
Generic Name : Prasna Marga ( प्रश्न मार्ग ) Vol 1-2 And Laghu Parashari ( लघु पाराशरी )
Product Description
Price: ₹324.50
(as of Jan 27, 2025 20:37:27 UTC – Details)
Prasna Marga ( प्रश्न मार्ग ) Vol 1-2 Published By Ranjan Publications , Pages – 586 , MRP – 500 , Laghu Parashari ( लघु पाराशरी ) Published By Ranjan Publication , Pages – 144 , MRP – 150 , प्रश्न – शास्त्र फलित ज्योतिष का वह महत्वपूर्ण अंग है, जिसमें जन्मपत्र या वर्षफल जैसी लम्बी-चौड़ी गणित के बिना मात्र प्रश्नकुण्डली के आधार पर पृच्छक के समस्त प्रश्नों का यथार्थ फल बतलाया जाता है । इस शास्त्र का क्रमबद्ध इतिहास हमें वराहमिहिर के समय से मिलता है । यद्यपि इससे पूर्ववर्ती ग्रन्थों में भी प्रश्नशास्त्र के आधारभूत सिद्धांतों की चर्चा की गई है-विशेषतः संहिता ग्रन्थों में प्रश्न विद्या या प्रश्नशास्त्र का एक अध्याय में समावेश किया गया है । तथापि यह शास्त्र आचार्य वराहमिहिर के समय में पूर्ण विकसित होकर स्वतंत्र रूप से विद्वत्समाज में आदर प्राप्त कर चुका था । वराहमिहिर के प्रसिद्ध प्रश्न ग्रन्थ दैवज्ञवल्लभा से इस शास्त्र के विकास की एक परम्परा शुरू हुई और उनके पुत्र श्री पृथुयशा एवं आचार्य भट्टोत्पल ने क्रमशः षट्पंचाशिका एवं प्रश्नज्ञान की रचना से इस परम्परा को आगे बढ़ाया । प्रश्न- शास्त्र में सैकड़ों मौलिक ग्रन्थों का एक भण्डार दिखलाई देता है, जिनमें विविध प्रश्नों का शास्त्रीय विवेचन करने के लिए अनेक उपयोगी सिद्धान्तों का व्याख्यान दिया गया है, किन्तु ये सभी लघुकाय-ग्रन्थ दैनिक जीवन में घटित होने वाली घटनाओं या उनसे सम्बन्धी प्रश्नों का उतने विस्तार से विवेचन नहीं कर पाते, जितनी विस्तृत जानकारी फलादेश करने वाले ज्योतिषी के लिए अपेक्षित होती है । प्रश्न- मार्ग हमारे दैनन्दिन जीवन से सम्बन्धित समस्त प्रश्नों का विस्तृत एवं शास्त्रीय विवेचन करता हुआ उक्त अभाव की पूर्ति करता
ASIN : B0DLW8W7J6
Publisher : Generic (1 February 2024)
Paperback : 730 pages
Item Weight : 830 g
Dimensions : 14 x 4 x 22 cm
Country of Origin : India
Packer : Ranjan Publications
Generic Name : Prasna Marga ( प्रश्न मार्ग ) Vol 1-2 And Laghu Parashari ( लघु पाराशरी )
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